श्याम श्याम नित मैं रटूँ, श्याम ही जीवन प्राण, श्याम भक्त जग में बड़े, मैं उनको करूँ प्रणाम, यो के तेरो रुसणो, घड़ी घड़ी के माय, जावां भी तो जावां मैं कठे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा कितनों, नचावेगो रे श्याम।
एक घड़ी तो खूब हँसावे, दूजी घड़ी तू बदल क्यों जावे, तेरे जिसों बाबा मन्ने बणा ले,
या के मेरे सो तू बण जा रे, म्हे तो लूळा, विनती करां, तू भी लूळ जा तो तेरो के घटे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम। यो के तेरो रुसणो, घड़ी घड़ी के माय, जावां भी तो जावां मैं कठे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम।
आता ही रेस्या म्हे हां तेरा रे,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Uma Lahari Bhajan Lyrics
भूल भरोसे तू भी तो आ रे, तेरे मेरे कोई गांठ उलझगी, सुलझा सकूँ ना तू सुलझा रे, जैसो भी हूँ, हूँ तो तेरो, लागी नजरा ना तेरे से हटे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम। यो के तेरो रुसणो, घड़ी घड़ी के माय, जावां भी तो जावां मैं कठे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम।
जब भी तू रूसे मैं ही मनाऊं, सेवा पे ठाकुर क्यों इतराऊं, नाम की तेरे कलम चलाऊं, सेठ तू मेरो मौज़ मनाऊं, लहरी शरण, मैं हूँ शरण, ऐसी नौकरी मिले तो कुण नटे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम। यो के तेरो रुसणों, घडी घडी के माय, जावां भी तो जावां मैं कठे रे, कितणो नचावेगो रे श्याम, ओ बाबा, कितणों नचावेगो रे श्याम।