मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ भजन

मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ भजन

मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ,
चढ़ाऊँ भोग मैं हलवा-पूरी,
चना-खीर मेरी माँ,
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ।।

(अंतरा 1)
पौड़ी-पौड़ी मैं “जय माता दी” बोलती रहूँ,
आगे-पीछे मैया जी तेरे डोलती रहूँ,
जो तू काटे दुखों वाली,
जो तू काटे दुखों वाली,
कोई ज़ंजीर मेरी माँ,
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ।।

(अंतरा 2)
शेरावाली माँ मेरी फरियाद सुन ले,
लाटावाली माँ मेरी फरियाद सुन ले,
तेरा दर्शन दिखा के तू,
तेरा दर्शन दिखा के तू,
बड़ी जागीर मेरी माँ,
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ।।

(अंतरा 3)
सिवा तेरे हमारा कोई और नहीं माँ,
तेरा द्वार ही सहारा बस एक मेरी माँ,
‘उमा लहरी’ शरण तेरी,
‘उमा लहरी’ शरण तेरी,
निभा दे प्रीत मेरी माँ,
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ।।

(समापन)
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ,
चढ़ाऊँ भोग मैं हलवा-पूरी,
चना-खीर मेरी माँ,
मेरे हाथों में खिंच दे लकीर ऐसी माँ,
सोई-सोई जगा दे तक़दीर मेरी माँ।।
 


मेरे हाथो में खींच दे लकीर माँ | Navratri Special Dance Bhajan | Uma Lehri | माता के गाने 2021
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