झूला उत्सव की धूम मची म्हारे श्याम के दरबार झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार, झूला झूल रहे, मेरे बाबा लखदातार,झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार। चन्दन का झूला, रेशम की डोर है, सज धज के लागे बाबा, चंदा चकोर है, आई सावन की बहार, लाइ रिमझिम फुंहार, ओ झूला, हो झूला, झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार। मोर मोरनियां नांचे, बरसे फुंहार है, कूक रही कोयलिया, गाये मल्हार है, झूम झूम नांचे श्याम, प्रेमी गायें धमाल, ओ झूला, हो झूला, झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार। हरी भरी गलियां, खाटू चहुँ और हैं, हरी हरी मोर पंख, सजी सर मौर हैं, सुध बुध खो गयो बाबा, जब देखो श्रृंगार, ओ झूला, हो झूला, झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार। झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार, झूला झूल रहे, मेरे बाबा लखदातार, झूला उत्सव की धूम मची, म्हारे श्याम के दरबार। भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)
VIDEO
झूला उत्सव की धूम मची मेरे श्याम के दरबार | Sawan Utsav Ki Dhoom Shyam Ke Darbar | Shipra Shree
इस भजन से सबंधित अन्य भजन निचे दिए गए हैं जो आपको अवश्य ही पसंद आयेगे, कृपया करके इन भजनों को भी देखें.
यह भी देखें You May Also Like
Author - Saroj Jangir
इस ब्लॉग पर आप पायेंगे मधुर और सुन्दर भजनों का संग्रह । इस ब्लॉग का उद्देश्य आपको सुन्दर भजनों के बोल उपलब्ध करवाना है। आप इस ब्लॉग पर अपने पसंद के गायक और भजन केटेगरी के भजन खोज सकते हैं....अधिक पढ़ें ।