मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति, सारे जग से न्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति, शिव शंकर की मूर्ति, अभ्यंकर की मूर्ति, बड़ी सिद्धिकारक है, शिव शंकर की मूर्ति, मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति।
सौ सूरज का तेज उसके,
मुखड़े पर है झलक रहा, नैनों से संजीवनी जैसा, पावन अमृत छलक रहा, सौ सूरज का तेज उसके, मुखड़े पर है झलक रहा, नैनों से संजीवनी जैसा, पावन अमृत छलक रहा, मन मोहक सुखदायी है, शिव शंकर की मूर्ति, मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति।
Sadhna Sargam Bhajan Lyrics Hindi,Shiv Bhajan Lyrics in Hindi
कानों में बिच्छुओं के कुण्डल, गले नाग की माला है, अर्द्ध चंदा उसके मस्तक, जँचता बहुत निराला है, कानों में बिच्छुओं के कुण्डल, गले नाग की माला है, अर्ध चंदा उसके मस्तक, जचता बहुत निराला है, बड़ी मंगल शुभकारी है, शिव शंकर की मूर्ति, सारे कष्ट निवारक है, शिव शंकर की मूर्ति,
मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति।
मुझे जान से प्यारी हैं, शिव शंकर की मूर्ति, सारे जग से न्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति, शिव शंकर की मूर्ति, अभ्यंकर की मूर्ति, बड़ी सिद्धिकारक है, शिव शंकर की मूर्ति, मुझे जान से प्यारी है, शिव शंकर की मूर्ति।