शरण में पड़ा हूँ माँ मुझको बचा ले भजन
शरण में पड़ा हूँ माँ मुझको बचा ले भजन
(मुखड़ा)
शरण में पड़ा हूँ, माँ,
मुझको बचा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 1)
अकेला हूँ, मैया,
बड़ा घबराऊँ,
पराये जगत में, माँ,
तुझे अपना पाऊँ।
चरणों में तेरे, मैया,
मुझको बिठा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 2)
बेटे का रोना, माँ,
सहने न पाती,
झट दौड़ आती वो,
गले से लगाती।
नादान हूँ मैं,
मुझको गोदी उठा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 3)
करुणा की देवी,
करुणा दिखा दे,
तेरे ‘हर्ष’ के, मैया,
दुखड़े मिटा दे।
पागल समझ के,
मुझको माँ तू निभा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
शरण में पड़ा हूँ, माँ,
मुझको बचा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
शरण में पड़ा हूँ, माँ,
मुझको बचा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 1)
अकेला हूँ, मैया,
बड़ा घबराऊँ,
पराये जगत में, माँ,
तुझे अपना पाऊँ।
चरणों में तेरे, मैया,
मुझको बिठा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 2)
बेटे का रोना, माँ,
सहने न पाती,
झट दौड़ आती वो,
गले से लगाती।
नादान हूँ मैं,
मुझको गोदी उठा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतरा 3)
करुणा की देवी,
करुणा दिखा दे,
तेरे ‘हर्ष’ के, मैया,
दुखड़े मिटा दे।
पागल समझ के,
मुझको माँ तू निभा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
(अंतिम पुनरावृत्ति)
शरण में पड़ा हूँ, माँ,
मुझको बचा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले,
आँचल में अपने,
मुझे तू छुपा ले।।
जब सब कुछ खत्म हो जाये तो ये भजन शुरू कर देना ~ New Matarani Navratri Bhajan ~ Saurabh Madhukar
Matarani Bhajan: Sharan Mein Pada Hu Maa
Singer : Saurabh Madhukar
Lyricist : Shri Vinod Agrawal (Harshji)
Music Label: Sur Saurabh Industries