राम नाम का अमृत पीकर, ऐसे डोल रहा हूँ एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ, राम नाम का अमृत पीकर, ऐसे डोल रहा हूँ एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ।
जल में थल में, वन में जन में, बसे हो भगवन, तुम कण कण में, जल में थल में, वन में जन में, बसे हो भगवन, तुम कण कण में, राम भजन के असुअन में मैं, ऐसे भीग रहा हूँ,
एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ राम नाम का अमृत पीकर ऐसे डोल रहा हूँ राम नाम का अमृत पीकर, ऐसे डोल रहा हूँ एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ।
दुर्जन सज्जन धनी हो निर्धन, सबको उबारो तुम जनार्दन, दुर्जन सज्जन धनी हो निर्धन, सबको उबारो तुम जनार्दन, राम नाम का चन्दन तन पर, ऐसे लेप रहा हूँ,
Anup Jalota Bhajan Lyrics Hindi,Ram Bhajan Lyrics in Hindi RaamBhajanLyrics
राम नाम का चन्दन तन पर, ऐसे लेप रहा हूँ, एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ राम नाम का अमृत पीकर ऐसे डोल रहा हूँ राम नाम का अमृत पीकर, ऐसे डोल रहा हूँ एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ।
मात्र नयन में पित्र चरण में, तुम्ही बसे हो गुरु शरणन में, मात्र नयन में पित्र चरण में, तुम्ही बसे हो गुरु शरणं में,
राम नाम है दरिया जिसमे ऐसे डूब रहा हूँ राम नाम है दरिया जिसमे, ऐसे डूब रहा हूँ, एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ, राम नाम का अमृत पीकर, ऐसे डोल रहा हूँ एक नही मैं राम की मूरत, लाखों देख रहा हूँ।
"राम नाम अमृत है, पीकर भक्त अमर भये, धन्य धन्य जनम तांको, बहुत ही सरानो है। प्रीत राम नाम से, जीत्यो मन जीत लियो, राम नाम जपो भक्त, राम को कहानो है। झंझट जग जाल मिटे, राम नाम लेने से, ममता और माया व्यर्थ, मन को लुभानो है। कहता शिवदीन, दीनबन्धु भज राम राम, जीवन सुधार फेर आनो है न जानो है।"