अंगना बटोर सीता घुरबा लगामय
अंगना बटोरि सीता घुरबा लगबलिन ,
रे जामे चंदन एक पेड़ रे ललनबा,
अंगना बटोरि सीता घुरबा लगबलिन ,
रे जामे चंदन एक पेड़ रे ललनबा।
चंदन कटाय सीता डोलिया फनबलिन,
अरे चला सीता हमरेन देस रे ललनबा
कइसे के चली सामी तोंहरेन देसबा,
कि मम्मी पापा बिन रहि ना जाई रे ललनबा।
हमरेन मम्मी का तू मम्मी कहि बोलाइउ,
कि आपन मम्मी देहु बिसराई रे ललनबा।
अंगना बटोरि सीता घुरबा लगबलिन,
अरे जामे चंदन एक पेड़ रे ललनबा।
चंदन कटाय सीता डोलिया फनबलिन,
अरे चला सीता हमरेन देस रे ललनबा।
कइसे के चली सामी तोंहरेन देसबा,
कि चाची-चचा बिन रहि न जाई रे ललनबा।
हमरेन चाची का तू चाची कहि बोलाइउ,
कि आपन चाची देहु बिसराई रे ललनबा।
अंगना बटोरि सीता घुरबा लगबलिन,
अरे जामे चंदन एक पेड़ रे ललनबा।
चंदन कटाय सीता डोलिया फनबलिन,
अरे चला सीता हमरेन देस रे ललनबा।
कइसे के चली सामी तोंहरेन देसबा,
कि भैया-भाभी बिन रहि न जाई रे ललनबा।
हमरेन भइया का तू भैया कहि बोलाइउ,
कि आपन भैया देहु बिसराई रे ललनबा।
विवाह गीत ललनबा ||अंगना बटोर सीता घुरबा लगामय || VIVAH GEET || NARENDRA SINGH SIDHI
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