जाऊंगी भोले पीहर को लिरिक्स Jaungi Bhole Pihar Ko
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को,
तेरे पिता ने यज्ञ रचाया है,
और तुमको नहीं बुलाया है,
तुम बिना बुलाए मत जाओ,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
जो बिना बुलाए जाते हैं,
सम्मान कभी नहीं पाते हैं,
तेरा हो जाएगा अपमान,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
भोले की एक ना मानूंगी,
मैं मैया से मिलने जाऊंगी,
मोहे आवे मात की याद,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
स्वामी की एक ना मानी है,
करके श्रृंगार वह चल रही है,
और मां से मिलने जाए,
जाऊंगी भोले पीहर को,
मात पिता से मिलने जाए,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
बाबुल के महल में पहुंच गई,
बोले ना बहन और भाई हैं,
सब देख देख घबराए,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
अभिमान पिता का घटाऊंगी,
अग्नि में प्राण गवांऊंगी,
आको सब रस हो जाए भंग,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
जब इतनी भोले न सुन पाए,
वो डाल कंधे पर लेकर चले,
वो गिर गई देश-विदेश,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
अरे जहां जहां अंग गिरे हैं सती के,
वहां वहां मंदिर बने हैं सती के,
जग में हो रही है पूजा,
जाऊंगी भोले पीहर को,
वह नवदुर्गा कहलाए,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को।
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को,
तेरे पिता ने यज्ञ रचाया है,
और तुमको नहीं बुलाया है,
तुम बिना बुलाए मत जाओ,
जाऊंगी भोले पीहर को,
ऐसी क्या ले लेई मोल,
जाऊंगी भोले पीहर को। भजन श्रेणी : शिव भजन ( Shiv Bhajan)
ASI KYA LE LAYI MOL JAUGI BHOLE PIHAR KO
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