कोई जब राह ना पाये, शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार, कोई जब राह ना पाये, शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार।
बजरंगी है नाम तेरा, मेहंदीपुर में वास तेरा, भक्तों से अपने तू, करता है प्यार,
जब जब कोई सताये, शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार।
राम का तू पुजारी है, शिव का तू अवतारी है, तुझको मनाये ये सब संसार, पाप अधिक बढ़ जाये, मिटाने तू आये, की मन से तुझको मनायें, करता है तू बेड़ा पार, कोई जब राह ना पाये,
शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार।
तन पे सिंदूरी चोला है, बाबा मेरा बड़ा भोला है, सुनता है भक्तों की, विनती हजार, जब जब ठोकर खायें, द्वार तेरे आयेे, की मन से तुझको मनायें, करता है तू बेड़ा पार, कोई जब राह ना पाये,
शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार।
कोई जब राह ना पाये, शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार, कोई जब राह ना पाये, शरण तेरी आये, की तुझको मन से मनाये, करता है तू बेड़ा पार।