ना मोह रखा तन से, किया शीश दान पल में, अचंभित कृष्ण हुये, कलयुग में तुमको, श्याम नाम से पूजा जायेगा, वचन ये कृष्ण कहे।
एक नज़र तेरी, बस एक नज़र तेरी, ये बाबा मुझ पर जो पड़ जाये, कीमत मेरी भी बढ़ जाये, एक नज़र तेरी, बस एक नज़र तेरी, ये बाबा मुझ पर जो पड़ जाये, कीमत मेरी भी बढ़ जाये।
बड़ी दूर से आया हूं, बाबा तेरे द्वारे, दर्श को तरस गया, उलझा हूं, हारा हूं, क्या क्या कहूं तुमसे, संभालो मैं बिखर गया, रख मोरछड़ी सिर पर, रख मोरछड़ी सिर पर, मुझको अपना तो बना लो ना, बाबा मुझको भी निखारो ना, श्याम धणी तेरी, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, मुझको तारो ना, मुझको भी अपना बनालो ना, तीन बाण धारी, मुझको अपना भी बनालो ना, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, मुझको तारो ना।
गूंजे तेरा जयकार, लाखों की भीड़ लगे, तूने सबको भर भर दिया, तेरा नाम जपा जिसने, श्यामा श्यामा बोला, उसे रंक से राजा किया, स्वस्ति करे गुणगान, स्वस्ति करे गुणगान, हां जग के पालनहारे की, तेरा भक्त करे गुणगान, तेरा भक्त करे गुणगान, हारे के सहारे की, हां जग के पालनहारे की, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, मुझको तारो ना, मुझको भी अपना बनालो ना, तीन बाण धारी, मुझको अपना भी बनालो ना, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, श्याम धणी तेरी इक नज़र से, मुझको तारो ना।