तुम्हारे हैं हम भजन

तुम्हारे हैं हम भजन

इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।

ये माना कि मीरा सा,
न प्रेम अटल है,
न अर्जुन विदुर सा,
भरोसा प्रबल है,
न मित्र सुदामा के,
जैसे है कर्म,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।

प्रह्लाद ध्रूव जैसी,
न मासूम भक्ति,
नरसी ना सुरजन,
वो भाव में शक्ति,
न रसखान जैसा,
हमारा जन्म,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।

पड़ा वक्त गज पे तो,
नंगे पांव आये,
पुकारा जो द्रोपदी ने,
साड़ी बढ़ दिखाये,
निर्बल हू मैं बाबा,
निर्बल हू मैं श्याम,
तुझ से है दम,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।

ना पारस ना सोना,
ना हू कोई हीरा,
मैं गोपाली पागल,
ना संत कबीरा,
बने दास सोनू,
तेरा हर जनम,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।

इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम,
इतना तो दो कन्हैया,
हक कम से कम,
कह सके जमाने को,
तुम्हारे हैं हम।


भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)


तुम्हारे हैं हम | Tumhare Hain Hum | Beautiful Krishna Bhajan | Sona Jadhav ( Full HD Video)
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