अज पुनेया दी रात पैणी सखीयो

अज पुनेया दी रात पैणी सखीयो

अज अपने श्याम दे नाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे,
चंदा की चांदनी कमाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज अपने श्याम दे नाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज नहोयो नचना,
ते फेर कदों नचना।

मुरली की तान बीचों,
शाम वाजा मारदा,
मोड देना मूल अज,
सखियों नी प्यार दा,
देना तन मन श्याम उतों बार,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे।

श्याम नाल नचन,
तो कादा शरमाना ऐ,
जीदे दिला च साडा,
दिल दा ठीकाना ऐ,
लगी यमुना किनारे बहार,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे।

भोला भी कैलाश उतों,
रास वीच आ गया,
गौरां जी नू अपने नाल,
ले के आ गया,
सखी बन कीता,
भोले ने कमाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे।

ब्रह्मा जी विष्णु जी,
फूल बरसाने ने,
देवकीनंदन मुरली,
मूरली बजांदे ने,
होई नच नच सखियां निहाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे।

अज अपने श्याम दे नाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज पुनेया दी रात पेनी,
सखियों नी रास करे,
चंदा की चांदनी कमाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज अपने श्याम दे नाल,
आजो कीने कीने नचना,
अज नहोयो नचना,
ते फेर कदों नचना।



अज पुनेया दी रात पैणी सखीयोकृष्ण भजन अज्ज पुनेया दी रात पैणी सखीयो नी रास अज अपने श्याम दे नाल आजो कीने कीने नचना

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