चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का,
ऐसा मेला कभी ना देखा,
देखा अब की बार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
आगे आगे मैं चलूं,
तूं पीछे पीछे आना,
पैदल पैदल मै चलू,
तूं बेल पर चढ़कर आना,
तुझको मुझको कोई ना देखे,
लोग संसार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
गंगा जी में डुबकी लगा ले,
नाम हरि का लेके,
माथे चंदन तिलक लगा ले,
नाम हरि का लेके,
तुझको मुझको कोई ना देखे,
लोग संसार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
पूरी खा ले कचोरी खा ले,
खा ले एक समोसा,
देसी घी का हलवा खा ले,
जिसका स्वाद अनोखा,
एक बड़ा सा टुकड़ा खा ले,
नींबू के अचार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
पावन धाम स्वर्गाश्रम,
लक्ष्मण झूला दिखाओ,
चंडी माता मनसा देवी के,
दर्शन करवाओ,
भर भर लोटा दूध का पीले,
बीच मलाई मार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
ढोलक बाजे चिमटा बाजी,
और बजे का डमरु,
आजा गोरा मिलकर नाचे,
पांव में पाकर घुंघरूं,
गुरु मंडली कीर्तन करेगी,
दिन होगा सोमवार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
दिखाऊँ हरिद्वार का,
ऐसा मेला कभी ना देखा,
देखा अब की बार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
आगे आगे मैं चलूं,
तूं पीछे पीछे आना,
पैदल पैदल मै चलू,
तूं बेल पर चढ़कर आना,
तुझको मुझको कोई ना देखे,
लोग संसार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
गंगा जी में डुबकी लगा ले,
नाम हरि का लेके,
माथे चंदन तिलक लगा ले,
नाम हरि का लेके,
तुझको मुझको कोई ना देखे,
लोग संसार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
पूरी खा ले कचोरी खा ले,
खा ले एक समोसा,
देसी घी का हलवा खा ले,
जिसका स्वाद अनोखा,
एक बड़ा सा टुकड़ा खा ले,
नींबू के अचार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
पावन धाम स्वर्गाश्रम,
लक्ष्मण झूला दिखाओ,
चंडी माता मनसा देवी के,
दर्शन करवाओ,
भर भर लोटा दूध का पीले,
बीच मलाई मार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
ढोलक बाजे चिमटा बाजी,
और बजे का डमरु,
आजा गोरा मिलकर नाचे,
पांव में पाकर घुंघरूं,
गुरु मंडली कीर्तन करेगी,
दिन होगा सोमवार का,
चल गौरा रानी मेला,
दिखाऊँ हरिद्वार का।
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