दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
श्रीधर या ध्यानु जैसा,
पाया हृदय ना मैंने,
जो है दिया तुम्हारा,
लो अब इसे सम्भालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
दिन रात अपना अपना,
करके बहुत फसाया,
कोई हुआ ना अपना,
अब अपना मुझे बना लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
दोषी हूं मैं या सारा,
ये खेल तुम्हारा,
जो हूं समर्थ हो तुम,
चाहे गजब जुठालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
बस याद अपनी दे दो,
सब कुछ भले ही ले लो,
विषमय करील पर अब,
करुणा की दृष्टि डालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
ठुकराओ या उठा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
करुणा की सिंधु मैया,
अपनी बिरद बचा लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
श्रीधर या ध्यानु जैसा,
पाया हृदय ना मैंने,
जो है दिया तुम्हारा,
लो अब इसे सम्भालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
दिन रात अपना अपना,
करके बहुत फसाया,
कोई हुआ ना अपना,
अब अपना मुझे बना लो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
दोषी हूं मैं या सारा,
ये खेल तुम्हारा,
जो हूं समर्थ हो तुम,
चाहे गजब जुठालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
बस याद अपनी दे दो,
सब कुछ भले ही ले लो,
विषमय करील पर अब,
करुणा की दृष्टि डालो,
दर पर तुम्हारे आया,
ठुकराओ या उठा लो।
|| जय माता दी || Dar Pe Tumhare Aaya Thukrao Ya Uthalo || माता वैष्णो देवी भजन ||
Bhajan Name : (Dar Pe Tumhare Aaya Thukrao Ya Uthalo) Suresh Ji
Date : 11 November 2019 ( Morning Aarti bhajan )
Date : 11 November 2019 ( Morning Aarti bhajan )