काली घटा उठी घनघोर रिम झिम बरसे पानी लिरिक्स Kali Ghata Uthi Ghanghor Lyrics

काली घटा उठी घनघोर रिम झिम बरसे पानी लिरिक्स Kali Ghata Uthi Ghanghor Lyrics, Krishna Bhajan

 
काली घटा उठी घनघोर रिम झिम बरसे पानी लिरिक्स Kali Ghata Uthi Ghanghor Lyrics
 
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी
राधे चल श्यामा चल,
राधे चल कुंजन की ओर,
रिम झिम बरसे पानी,
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी।

श्री राधे संग प्राणन प्यारी,
झूलन संग पधारो,
कुंजन की शोभा को राधे
रुच रुच जाये निहारों,
थोड़ी करो कृपा की कोर,
रिम झिम बरसे पानी
राधे चल श्यामा चल,
राधे चल कुंजन की ओर,
रिम झिम बरसे पानी,
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी।

शीतल मंद सुगंध हवाएं
चल रही धीरे धीरे,
लहर लहर के लहरे आ रही,
यमुना जी के तीरे,
श्री यमुना में उठे हिलोर,
रिम झिम बरसे पानी
राधे चल श्यामा चल,
राधे चल कुंजन की ओर,
रिम झिम बरसे पानी,
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी।

महक रही फुलवारी,
कैसी छाई है हरयाली,
झूम रही है कुञ्ज के माहीं,
लता लता की डाली
बोले कोयल पपीहा मोर
रिमझिम बरसे पानी,
राधे चल श्यामा चल,
राधे चल कुंजन की ओर,
रिम झिम बरसे पानी,
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी।

चलो झूलने मान छोड़ दो,
मोहन हां याद आये,
पागल तेरे चरणों में
पल पल ही शीश नवाये,
मेरी विनती है कर जोड़
रिम झिम बरसे पानी
राधे चल श्यामा चल,
राधे चल कुंजन की ओर,
रिम झिम बरसे पानी,
काली घटा उठी घनघोर,
रिम झिम बरसे पानी।

काली घटा उठी घनघोर रिम झिम बरसे पानी लिरिक्स Kali Ghata Uthi Ghanghor Lyrics Kali Ghata Uthi Ghanghor - Anita Khandelwal

Kali Ghata Uthi Ghanghor - Anita Khandelwal | Krishna Bhajan | Sanskar Bhajan
Singer : Anita Khandelwal
Song : Kali Ghata Uthi Ghanghor
Label : Sanskar Bhajan

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