हनुमत सदा सुखदाई है भजन लिरिक्स Hanumat Sada Sukhdayi Hai Lyrics
हनुमत सदा सुखदाई है भजन लिरिक्स Hanumat Sada Sukhdayi Hai Lyrics
छोटी सी उम्र में जो बोले श्री रामा,सूरज निकल गए बाल हनुमाना,
अतुलित बल बल दाई है,
हनुमत सदा सुखदाई है,
अंजनी लाला फलदाई है,
भगतो के सदा सहाई है,
अंजनी मैया मुस्काई है।
वज्र लगा हनुमत कहाये,
देवों ने वर दे डाला,
भूल गए शक्ति फिर अपनी,
पुत्र पवन केसरी लाला,
याद दिलाने पर उधम मचाते,
बाल लीला बजरंगी अपनी दिखाते,
प्रभु बने रघुराई है,
हनुमत सदा सुख दाई है,
अंजनी लाला फलदाई है,
भगतो के सदा सहाई है,
अंजनी मैया मुस्काई है।
मैया मुखड़ा देख लुभाती,
मेरा इक खजाना है,
रखती आंचल में वो हर दम,
दूर नज़र से ना जाना है,
ऋषियों को तंग हनुमान करे वन में,
पक्षियों के संग खेल खेलते गंगन में,
बने जो कुल के सहाई है,
हनुमत सदा सुख दाई है,
अंजनी लाला फलदाई है,
भगतो के सदा सहाई है,
अंजनी मैया मुस्काई है।
राम सिया के काज सँवारे,
ऐसे मेरे महाबली,
रूद्र अवतारी हनुमंता,
चारों दिशा है जिस की चली,
भक्तों में दया दृष्टि दानवों का काल है,
आदि अन्तं हनुमंत विकराल है,
मन निरमल सुखदाई है,
हनुमत सदा सुख दाई है,
अंजनी लाला फलदाई है,
भगतो के सदा सहाई है,
अंजनी मैया मुस्काई है।