कहीं बिकता नहीं रे प्यार मांओ का भजन
क्यों करता है मोल दुआओं का,
कहीं बिकता नहीं रे प्यार मांओ का।
यह जन्म की दाता माता,
अनमोल रतन है माता,
यह तो बाग है शीतल छांव का,
कहीं बिकता नहीं रे प्यार माँओं का।
मां ममता भरी तस्वीर है,
दुख सहती रहे हरे वह पीर है,
तुम्हें देती सहारा वह बाहों का,
कहीं बिकता नहीं रे प्यार माँओं का।
कीमत बंदे तू कितनी चुकाएगा,
फिर भी मां का कर्ज रह जाएगा,
यह तो सागर बड़ा है ममताओं का,
कहीं बिकता नहीं रे प्यार माँओं का।
ले मनसे दुआ तेरा जाता है क्या,
ऐसी दौलत तुझे और मिलेगी कहां,
मां ठिकाना है तेरी राहों का,
कहीं बिकता नहीं रे प्यार माँओं का।
संकट चतुर्थी स्पेशल ।।KAHI BIKTA NAI PYAAR MAA KA
Title Song :- कंही बिकता नहीं दिल माओ का
Singer :- Pramod Kumar 9953578847
Artist :- Pramod Kumar
Lyrics :- Rukam Singh Dhiran
Music :- Devender Dev
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