खाले खाले रे कन्हैया लाई माखन मिश्री घोल भजन लिरिक्स Khale Khale Re Kanhaiya Makhan Lyrics

खाले खाले रे कन्हैया लाई माखन मिश्री घोल भजन लिरिक्स Khale Khale Re Kanhaiya Makhan Lyrics, Krishna Bhajan

खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल।

ताजा ताजा माखन लाई,
लाई दही अमोल,
और देख में क्या क्या लाई,
रसगुल्ला गोल गोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल।

दूध और जलेबी लाई,
लाई केसर घोल,
गरमा गरम पकोड़े लाई,
मत कर टालमटोल,
मत कर टालमटोल,
कान्हा मत कर टालमटोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाइ माखन मिश्री घोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल।

सास ननंद से छुप कर आई,
लाइ माखन चोर,
देख किसी ने देख लिया तो,
खुल जावेगी पोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल।

देखो जी मैं रूठ जाऊंगी,
घर को हो जाऊं गोल,
राधा जी से करूं शिकायत,
छुप गये नंद किशोर,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल।

खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल,
लाई माखन मिश्री घोल,
खाले खाले रे कन्हैया,
लाई माखन मिश्री घोल।


भजन श्रेणी : कृष्ण भजन (Krishna Bhajan)

भजन श्रेणी : खाटू श्याम जी भजन (Khatu Shyam Ji Bhajan)



खाले खाले रे कन्हैया लाई माखन मिश्री घोल भजन लिरिक्स Khale Khale Re Kanhaiya Makhan Lyrics कृष्ण जी का मन को मोह लेने वाला भजन

+

एक टिप्पणी भेजें