इस मंदिर जैसा और नहीं, पूरे संसार में, हर अर्जी होती पूरी, यहां पहली बार में, रखते ख्याल बालाजी, हर सेवादार का, वस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का, क्या कहना वाह क्या कहना, क्या कहना वाह क्या कहना, बालाजी सरकार का, बस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का।
क्या कहना, वाह क्या कहना, बालाजी सरकार का, बस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का, क्या कहना वाह क्या कहना, बाला जी सरकार का, बस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का।
राम सिया राम सिया राम, जय जय राम, राम सिया राम सिया राम, जय जय राम। बोले सबही तुम एक स्वामी,
जाऊं कहा मोरे अन्तर्यामी, राम सिया राम सिया राम, जय जय राम, राम सिया राम सिया राम, जय जय राम।
झुकते हैं रोज हजारों, मेहंदीपुर धाम में, है अगम अगोचर शक्ति, सालासर धाम में, भूतों और प्रेतों को भी, डर उनकी मार का, बस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का,
क्या कहना वाह क्या कहना, क्या कहना वाह क्या कहना, बाला जी सरकार का, बस गया है, जलवा दिल में, तेरे दरबार का।
राम सिया राम सिया राम, जय जय राम, राम सिया राम सिया राम, जय जय राम। राम सिया राम सिया राम, जय जय राम, राम सिया राम सिया राम, जय जय राम।