मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी राणा मारो

मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी राणा मारो या छोड़ो

मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मारो या छोड़ो,
राणा मारो या छोड़ो,
श्याम नाम ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो।

पहला प्याला जहर का जो आया,
पहला प्याला जहर का जो आया,
अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,
अमृत समझ मैंने कंठ लगाया,
कैसे यूँ ही मर जाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
श्याम नाम ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो।

दूजा पिटारा जो नागों का आया,
शालिग्राम जी का दर्शन पाया,
ऐसी झाँकी कहाँ पाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
श्याम नाम ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो।

तीजी जो शूलों की सेज बिछाई,
फूलों की खुशबु मेरे मन को भाई,
फिर क्यों ना सेज सो जाउंगी,
राणा मारो या छोड़ो,
श्याम नाम ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो।

चौथे चिता में जो मुझको बिठाया,
गिरधर ने मुझको अमर बनाया,
ऐसी गोदी का सुख पाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
श्याम नाम ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो,
मैं नन्दलाल ना भुलाऊँगी,
राणा मारो या छोड़ो।




मीरा स्पेशल श्री कृष्ण सुपहित भजन - मैं नन्द लाल ना भुलाऊँगी राणा मारो या छोड़ो | 11.2.2020 | बृज भाव
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