मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी

मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी

मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी
इस अंधेरी रातों में रोशनी जलाओगी
मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी।

क्या करूँगी मैं आख़िर दर पे माँ तेरे आकर
पास मेरे कुछ भी ना क्या तुम्हें खिलाऊँगी
मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी।

तू बड़ी दयालु है सबकी बात सुनती है
सूनी पड़ी बगिया में फूल कब खिलाओगी
मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी।

गुल खिलेगा गुलशन में माँ मुझे बुलाएगी
दर पे माँ के आया हूँ गोद में सुलाओगी
मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी।

धूल तेरे चरणों की सिर पे माँ लगाऊँगी
होठों से चूमूँगी माथे पे सजाऊँगी
मैया तुम तो वरदानी पास कब बुलाओगी।


भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)


मातारानीभजन क्या करूँगी मैं आख़िर दर पे माँ तेरे आकर मातारानी का सुंदर भजन
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