सब धामों से धाम निराला श्री वृंदावन धाम, कुंज निकुंज में यहाँ बिराजै प्यारे श्यामा श्याम मेरा वृंदावन प्यारा मेरा बृज धाम है न्यारा।
यहाँ बहती है यमुना रानी जिसकी है नील धारा, कण कण में श्याम समाये जरा देखो आके नज़ारे, गली गली में संत विराजे जपते कृष्ण को नाम मेरा वृंदावन प्यारा मेरा बृज धाम है न्यारा।
उसकी कृपा का हर पल यहाँ लुटता है भण्डार, मिलता है यहाँ पे सब को बांके ठाकुर का प्यार ,
Chitra Vichitra Ji Maharaj Bhajan Lyrics in Hindi,Krishna Bhajan Lyrics Hindi
युगल चरण में आके हम को मिल जाए विश्राम, मेरा वृंदावन प्यारा मेरा बृज धाम है न्यारा।
कहीं बंशी की धुन बाजे कही छम छम बाजे पायल, प्याला इस रस का पी कर तू हो जइयो रे पागल चित्र विचित्र का बृज भूमि को कोटि कोटि प्रणाम, मेरा वृंदावन प्यारा मेरा बृज धाम है न्यारा।
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Song : Sab Dhamo Me Dham Nirala Singer : Chitra-Vichitra Ji Label : Sanskar Bhajan
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