के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे, के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे।
बेल की पत्तियों से, हार भी बनाऊंगा, तेरे चरणों पे वो, दिल से चढ़ाऊंगा, लेके गंगा जल तेरे, माथे पे चढ़ाऊंगा, सोचा था ये मन में, अब मन में रह जायेगा, के भोले खोल दे कपाट, तेरे दर्शन दे दे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे, के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे।
शीश की वो गंगा, माथे का वो चंदा, देखने को तरसे, मन मेरा कब से, गौरी मैया तेरे संग, कैसी लगती हैं, एक बार देखो भोले, मन मेरा बोले, के भोले करदे कृपा, तेरे दर्शन दे दे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे, के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे।
के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे, के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे।
मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे, के भोले इस सावन भी, तेरे दरस न होंगे, मेरे आंखों के ये आंसू, और कितने बहेंगे।
Bhole iss sawan || mere ankho ke ye aansu aur kitne bahenge | भोले इस सावन | शिव भजन || Bhakti Song
Bhole iss sawan || mere ankho ke ye aansu aur kitne bahenge | भोले इस सावन | शिव भजन || Bhakti Song HeartTouching - Emotional Shiv Bhajan दर्दनाक भजन Singer - JEETUSHARMA Composer / Lyrics By - Jeetu Sharma