मुझे माँ की कृपा मिल गई भजन लिरिक्स Mujhe Maa Ki Kripa Lyrics, Mata Rani Bhajan by Singer - Pujya Shri Devendra ji maharaj
जय मां जय मां जय जय मां,मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शरणगत हुयी कीर्ति बखानी,
जय जय जगदम्ब भवानी,
जय जय जगदम्ब भवानी,
भई प्रसन्न आदि जगदम्बा,
दई शक्ति नहीं कीन्ह विलम्बा,
सच कहता हूं झूठ नहीं,
मुझ पे जादू कर गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शुम्भ निसुम्भ दानव तू मारे,
रक्तबीज से दानव संघारे,
रक्तबीज से दानव संघारे,
महिषासुर नृप अति अभिमानी,
जेही अघ भार माही अकुलानी,
जेही अघ भार माही अकुलानी,
कृपा है ये बड़े काम की,
सब पर कृपा कर गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शत्रु नाश कीजे महारानी,
सुमिरो एकचित तुम्हे भवानी,
सुमिरो एकचित तुम्हे भवानी,
करो कृपा हे माता दयाला,
रिद्धि सिद्धि से करो निहाला,
रिद्धि सिद्धि से करो निहाला,
देवेंद्र बन आया भिखारी,
कृपा उसको मिल गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शरणगत हुयी कीर्ति बखानी,
जय जय जगदम्ब भवानी,
जय जय जगदम्ब भवानी,
भई प्रसन्न आदि जगदम्बा,
दई शक्ति नहीं कीन्ह विलम्बा,
सच कहता हूं झूठ नहीं,
मुझ पे जादू कर गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शुम्भ निसुम्भ दानव तू मारे,
रक्तबीज से दानव संघारे,
रक्तबीज से दानव संघारे,
महिषासुर नृप अति अभिमानी,
जेही अघ भार माही अकुलानी,
जेही अघ भार माही अकुलानी,
कृपा है ये बड़े काम की,
सब पर कृपा कर गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
शत्रु नाश कीजे महारानी,
सुमिरो एकचित तुम्हे भवानी,
सुमिरो एकचित तुम्हे भवानी,
करो कृपा हे माता दयाला,
रिद्धि सिद्धि से करो निहाला,
रिद्धि सिद्धि से करो निहाला,
देवेंद्र बन आया भिखारी,
कृपा उसको मिल गई,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा,
मुझे माँ की कृपा मिल गई,
ये बड़ी भाग्य से मिल गई,
मुझको ऐसी मिली कृपा की,
जिसे देख के दुनिया जल गई।
भजन श्रेणी : माता रानी भजन (Mata Rani Bhajan)