पाट खोल दे पुजारी भजन लिरिक्स
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
सांवलिया सेठ की महिमा है भारी,
सांवलिया सेठ की महिमा है भारी,
दो नंबर की बात है सारी,
सोनो आयो रे चढ़ावो थारे भर भर को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
जल जुलनी को मेलो लागे,
दुनिया थारे दरसण आगे,
ओ उड़े रंग गुलाल थारे मेले को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
अमावस्या ने गिणतिया भारी,
भंडारा की बात निराली,
ओ कटे छापो डालियो थे सेठा को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
धरम तँवर चरणां को चाकर,
महिमा गावै भजन सुना कर,
मन्ने राखो नी चरणा रो चाकर को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
सांवलिया सेठ की महिमा है भारी,
सांवलिया सेठ की महिमा है भारी,
दो नंबर की बात है सारी,
सोनो आयो रे चढ़ावो थारे भर भर को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
जल जुलनी को मेलो लागे,
दुनिया थारे दरसण आगे,
ओ उड़े रंग गुलाल थारे मेले को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
अमावस्या ने गिणतिया भारी,
भंडारा की बात निराली,
ओ कटे छापो डालियो थे सेठा को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
धरम तँवर चरणां को चाकर,
महिमा गावै भजन सुना कर,
मन्ने राखो नी चरणा रो चाकर को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को,
पाट खोल दे पुजारी,
थारे झटपट को,
मोड़ो होयो रे माने दरसण को।
sawariya seth ke bhajan new 2023 | Dharmendra Tanwar
