पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली
पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली
पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली,रोवें माता पिता उनकी दुनिया चली।
भैया बहनों के दिल पर लगी ठेस रे
मेरी किस्मत में लिखा था परदेस रे
सूना कर के मैं बाबुल का अंगना चली
रोवे माता पिता उनकी दुनिया चली,
पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली,
रोवें माता पिता उनकी दुनिया चली।
मैया बाबा ने सुख मोहे सारे दिए
मेरे जीवन मे चाँद और सितारे दिए
छोड़ बचपन की प्यारी सहेली चली
रोवे माता पिता उनकी दुनिया चली,
पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली,
रोवें माता पिता उनकी दुनिया चली।
ना मुझ में कोई रूप और बात है
मेरी गुड़ियो की लाज अब तेरे हाथ है
तेरे संग में उमर भर को सजना चली
रोवें माता पिता उनकी दुनिया चली,
पी के घर आज प्यारी दुल्हनिया चली,
रोवें माता पिता उनकी दुनिया चली।
लोक गीत श्रेणी : लोकगीत Lokgeet/Folk Song