त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल भजन

त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल भजन

त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
जय जय जय जय त्रिपुरारी,
त्रिलोकी त्रिशूल धारी,
कीजै सब असुरों का काल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल।

रावण वध करने से पहले,
राम ने की थी शिव पूजा,
शत्रु विनाशक मन्त्र है शिव जी,
शिव जैसा कोई नही दूजा,
रणभूमि में इसी कारण,
हर हर महादेव है गूंजा,
शंखनाद कर लो शिव जी का,
सुख भोगोगे सालों साल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
जय जय जय जय त्रिपुरारी,
त्रिलोकी त्रिशूल धारी,
कीजै सब असुरों का काल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल।

समुद्र मंथन का सारा विष,
पी गए थे शिव भोलेनाथ,
नीलकंठ सबसे अलग है,
मान लो उनकी सारी बात,
सत, रज और तामसी में,
एक सा रखो सदा अनुपात,
तीसरी आँख दिखा दे जिसको,
उसका आ जाता है काल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
जय जय जय जय त्रिपुरारी,
त्रिलोकी त्रिशूल धारी,
कीजै सब असुरों का काल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल।

त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
जय जय जय जय त्रिपुरारी,
त्रिलोकी त्रिशूल धारी,
कीजै सब असुरों का काल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल,
त्रिकालदर्शी त्रिपुण्डधारी,
त्रिनेत्री जय जय जय महाकाल।

भजन श्रेणी : शिव भजन ( Shiv Bhajan) शिव जी के सभी भजन देखने के लिए क्लिक करें.


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