ये नजर महाकाल की

ये नजर महाकाल की

तारने वाले हो,
कयामत की नजर रखते हो,
उज्जैन में बैठ कर,
जमाने की खबर रखते हो।

मुझको उठा के राह से,
दर पर बुला लिया,
पत्थर था मैं तो राह का,
हीरा बना दिया,
जिस दिन से मिला है मुझे,
इस दर का उतरा,
पहुंचा बुलंदियों पे था,
तकदीर का मारा,
ये नजर महाकाल की।

थामा है महाकाल के,
दामन को उम्र भर,
रखते है महाकाल,
दीवानों की सब खबर,
वो भक्त जिंदगी में,
कभी हारते नही,
जिन भक्त पर पड़ी है,
महाकाल की नजर,
ये नजर महाकाल की।

मुश्किल का वक्त,
एक इशारे में टल गया,
जब नाम महाकाल,
जुबां से निकल गया,
जादुई है बड़ी,
ये नजर महाकाल की,
कृपा हुई नजर की,
जमाना बदल गया,
ये नजर महाकाल की।

तूफान की लहरों को,
किनारा बना दिया,
तिनके को डूबते का,
सहारा बना दिया,
क्या काम कर गई,
ये महाकाल की नजरें,
पत्थर को चमकता हुआ,
सितारा बना दिया।

उज्जैन के महाकाल की,
होती है जब नजर,
बाबा के दर को छोड़के,
जाऊंगा मैं किधर,
मैंने हजारो देवो की,
नजरों को देखा है,
सबसे अलग नजर है,
महाकाल की नजर,
ये नजर महाकाल की।

सारे जमाने वालो ने,
ठुकरा दिया मुझे,
एहसान महाकाल का,
क्या क्या दिया मुझे,
चौखट है निराली बड़ी,
उज्जैन धाम है,
संसार के है राजा,
महाकाल नाम है,
ये नजर महाकाल की,
ये नजर महाकाल की।
जिस दिन से मिला है मुझे,
इस दर का उतरा,
पहुंचा बुलंदियों पे था,
तकदीर का मारा,
ये नजर महाकाल की।


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