तुझ संग प्रीत लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ, ओरे नंदलाला ओ रे गोपाला, तुझ संग प्रित लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ।
आजा मेरे कान्हा तेरी बाट निहारुँ, अखियों की पलकों से राह बुहारुँ, नैणा का कलशा लिया चरण धुलाऊँ, एक तू ही मन को है भाया मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ, ओरे नंद लाला ओ रे गोपाला, तुझ संग प्रित लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ।
मैंने तेरी सूरत को मन में बसाया, सांवली सूरत का कान्हा, कैसा नशा छाया, तन में मन में तू ही समाया, मैं हूँ तुझपे वारी मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ, ओरे नंदलाला ओ रे गोपाला, तुझ संग प्रित लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ।
ऋतु बसंत जमुना तट आजा, प्यारी प्यारी बांसुरी की तान सुना जा, आकर के विश्वास दिला जा, अब तो याद तेरी आए मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ, ओरे नंदलाला ओ रे गोपाला, तुझ संग प्रित लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ।
तुझ संग प्रीत लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ, ओरे नंदलाला ओ रे गोपाला, तुझ संग प्रित लगाई मोहना, मोहना मोहना ओ कान्हाँ।
MOHAN TUJH SANG LAGI PREET- DINESH BHATT
गायक - दिनेश भट्ट तबला- गिर्राज पेड़- गणेश रिकॉर्डिंग - JMG जितेंद्र