तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
औगुण मोते बिसरत ना हीं,
पल छिन घरी घरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
दारा, सुत, धन, मोह लिये हैं,
सुध बुध सब बिसरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
सूर पतित को बेगि उबारो,
अब मेरी नाव भरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
औगुण मोते बिसरत ना हीं,
पल छिन घरी घरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
दारा, सुत, धन, मोह लिये हैं,
सुध बुध सब बिसरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
सूर पतित को बेगि उबारो,
अब मेरी नाव भरी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी,
तुम मेरी राखो लाज हरि,
तुम जानत सब अंतर्यामी,
करनी कछु न करी।
Singer/ Composer : Shoma Banerjee
Lyrics : Surdas
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