उठो जवान देश की, वसुंधरा पुकारती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती, उठो जवान देश की, वसुंधरा पुकारती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।
रगों में तेरे बह रहा है खून, राम श्याम का, जगदगुरु गोविन्द, और छत्रपति शिव का, तू चल पड़ा तो, चल पड़ेगी साथ तेरे भारती, देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।
छोड़ कर धरा को तोड़, आसमा की कालिमा, जगा दे सुप्रभात को, जगा दे अपनी लालिमाँ, तेरी शुभ्र कीर्ति, विश्व को तारती, देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।
हे शत्रु दन दना रहा, चहुँ दिशायें देश की, पता बता रही हमें, किरण किरण विदेश की, वो चक्रवर्ती विश्व जननी, मातृभूमि वारती, देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।
उठेगा विश्व हाँथ जोड़, करने तेरी आरती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती, उठो जवान देश की, वसुंधरा पुकारती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।
उठो जवान देश की, वसुंधरा पुकारती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती, उठो जवान देश की, वसुंधरा पुकारती, ये देश है पुकारता, पुकारती माँ भारती।