यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है, यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है।
जिनको है अपना, समझ समझ कर,
सब कुछ अपना खोया, इस जीवन में उनकी वजह से, बस रोया ही रोया, अपनों के भरोसे पे, सिर्फ अरमा ही मचलने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है, यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है।
अर्थ बिना कोई अर्थ नही है, अर्थ अनर्थ कराता, अर्थ की नियति है, भाई से भाई को लड़वाता,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi,Shyam Singh Chouhan Khatu Bhajan Lyrics
थोड़े से स्वार्थ में तो, निज में बैर पनपता है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है, यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है। श्याम ही नैया श्याम खिवैया, श्याम ही पालनहारा, जिसकी नैया श्याम भरोसे, मिलता उसे किनारा, संजू अजमाकर देख, सिर्फ बाबा ही अपने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है,
यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है।
यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है, यहां किस को कहे अपना, सभी कहने को अपने है, जब परखा जरूरत पे, लगा अपने बस सपने है।
किसको कहे अपना - Shyam Singh Chouhan Khatu Bhajan 2021 | New Shyam Bhajan - Kisko Kahe Apna
स्वर: महाराज श्री श्याम सिंह जी चौहान पुजारी निज मन्दिर सेवक परिवार (श्री खाटू श्याम जी) Lable: Shyam Singh Chouhan Khatu Contact: 9829406461 Music: DIpankar Saha Lyrics: Sanju Sharma Video: Deepak Creation