आँखों में बस गई है मनमोहक छवि प्यारी

आँखों में बस गई है मनमोहक छवि प्यारी

आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।

खाटू में आके मैंने,
जलवा तुम्हारा देखा,
सुध बुध सी भूल बैठी,
जब ये नजारा देखा,
दीवानी हो गई मैं,
जब से छवि निहारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।

दीवाने चलके पैदल,
लेके निशान आये,
टोली बनाकर बच्चे,
बुड़े जवान आये,
छोटे बड़े यहाँ सब,
बनके खड़े भिखारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।

खाटू नरेश तुम हो,
सांवरियां सेठ प्यारे,
सबको खजाना बांटे,
करते हो वारे न्यारे,
लेहरी को भा गई है,
छवि सौम्य सी तुम्हारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।

आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी,
मेरा जी चाहता है आओ,
हर साल बारी बारी,
आँखों में बस गई है,
मनमोहक छवि प्यारी।


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