सुनो करुणा भरी ये पुकार द्वार तेरे हम आये
सुनो करुणा भरी ये पुकार द्वार तेरे हम आये
(मुखड़ा)
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए,
तोरे अंगना लगी है कतार,
द्वार तेरे हम आए।।
(अंतरा)
दूर करें दुःख सब लोगों के,
अपनी मातारानी,
शीश झुकाए खड़े हुए हैं,
दम्भी अरु अभिमानी,
पाई तप से है शक्ति अपार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
ज्ञानी को माँ दिखें शारदा,
अपराधी को काली,
खड्ग वार से निशचर कटते,
धरती छाई लाली,
मैया रहती हैं सिंह सवार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
लाल चुनरिया प्यारी माँ को,
ध्वजा, नारियल भाए,
कन्या भोज में मैया आती,
वेद-शास्त्र बतलाए,
अपने जीवन का करें उद्धार,
द्वार तेरे जो आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
पर्वत-पर्वत डेरा तेरा,
दुर्गम हैं सब राहें,
सब में शस्त्र, एक से बढ़कर,
तेरी आठों बाँहें,
महिषासुर का किया संहार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
(पुनरावृति)
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए,
तोरे अंगना लगी है कतार,
द्वार तेरे हम आए।।
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए,
तोरे अंगना लगी है कतार,
द्वार तेरे हम आए।।
(अंतरा)
दूर करें दुःख सब लोगों के,
अपनी मातारानी,
शीश झुकाए खड़े हुए हैं,
दम्भी अरु अभिमानी,
पाई तप से है शक्ति अपार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
ज्ञानी को माँ दिखें शारदा,
अपराधी को काली,
खड्ग वार से निशचर कटते,
धरती छाई लाली,
मैया रहती हैं सिंह सवार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
लाल चुनरिया प्यारी माँ को,
ध्वजा, नारियल भाए,
कन्या भोज में मैया आती,
वेद-शास्त्र बतलाए,
अपने जीवन का करें उद्धार,
द्वार तेरे जो आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
पर्वत-पर्वत डेरा तेरा,
दुर्गम हैं सब राहें,
सब में शस्त्र, एक से बढ़कर,
तेरी आठों बाँहें,
महिषासुर का किया संहार,
द्वार तेरे हम आए,
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए।।
(पुनरावृति)
सुनो, करुणा भरी ये पुकार,
द्वार तेरे हम आए,
तोरे अंगना लगी है कतार,
द्वार तेरे हम आए।।
नवरात्रि स्पेशल भजन | Karuna Bhari Ye Pukar || New Devi Bhajan 2021|| सुनों करुणा भरी ये पुकार माँ