एक मस्त नजर डाली मस्ताना बना डाला लिरिक्स Ek Mast Najar Dali Mastana Bana Dala Lyrics
एक मस्त नजर डाली मस्ताना बना डाला लिरिक्स Ek Mast Najar Dali Mastana Bana Dala Lyrics
व्यागंबरम भस्मामबरम,
जटा जूट लिबास,
आसान जमाए बैठे है,
कृपा सिंधु कैलाश।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
अकाल मृत्यु वो मरे,
जो काम करे चांडाल का,
काल उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त हो महाकाल का,
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
भोले ने अपने भक्तों को,
क्या कुछ नहीं दिया,
जो मांगा फल भक्तों ने,
प्रभु तुमने दान किया,
खुद पीते है जहर का प्याला,
मेरे भोले नाथ,
और भक्तों को अपने,
बाबा ने अमृत दान दिया।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
एक बिलिपत्रम एक पुष्पम,
एक लोटा जल की धार
दयालु रीझ कर देते है,
चंद्र मौली फल चार,
महाकाल के दर अंकित,
भक्तों की भीड़ लगी देखी,
हर एक की झोली बाबा,
के दर पर भरी देखी।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
जटा जूट लिबास,
आसान जमाए बैठे है,
कृपा सिंधु कैलाश।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
अकाल मृत्यु वो मरे,
जो काम करे चांडाल का,
काल उसका क्या बिगाड़े,
जो भक्त हो महाकाल का,
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
भोले ने अपने भक्तों को,
क्या कुछ नहीं दिया,
जो मांगा फल भक्तों ने,
प्रभु तुमने दान किया,
खुद पीते है जहर का प्याला,
मेरे भोले नाथ,
और भक्तों को अपने,
बाबा ने अमृत दान दिया।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
एक बिलिपत्रम एक पुष्पम,
एक लोटा जल की धार
दयालु रीझ कर देते है,
चंद्र मौली फल चार,
महाकाल के दर अंकित,
भक्तों की भीड़ लगी देखी,
हर एक की झोली बाबा,
के दर पर भरी देखी।
भोले ने जिसे चाहा,
मस्ताना बना डाला,
एक मस्त नजर डाली,
मस्ताना बना डाला,
महाकाल ने भक्तों को,
दीवाना बना डाला।
व्यागंबरम भस्मामबरम,
जटा जूट लिबास,
आसान जमाए बैठे है,
कृपा सिंधु कैलाश।