हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी
हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी,
तेरे दर की निकाली वो काहा जाऊंगी।
मुझको अपनों लुटा गम की मैं सताई हूँ,
दुनिया से हारी श्यामा दर पे तेरे आई हूँ,
तुमने ठुकराया जो चौकठ पे प्राण दे दू गई,
हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी,
तेरे दर की निकाली वो काहा जाऊंगी।
छोड़ के मैं झूठी दुनिया शरण में तेरी आई हूँ,
हाले दिल कन्हैया मेरी तुमको अब सुनाती हूँ,
दिल की पड़ ले लिखा सब निगाहो पे,
हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी,
तेरे दर की निकाली वो काहा जाऊंगी।
दुनियां ने मारे ताने बोले मुझको पगली है,
श्याम की दीवानी आशा तेरी माला जप्ती है,
तू जो ना आया तो दम आज तोड़ जाऊंगी,
हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी,
तेरे दर की निकाली वो काहा जाऊंगी।
हे श्याम तू जो रूठा मर ही जाऊंगी,
तेरे दर की निकाली वो काहा जाऊंगी।
सबसे दर्द भरा श्याम भजन - हे मेरे श्याम अगर तू रूठा...मर ही जाउंगी | Asha Kumawat | Full HD
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