धर्म कर्म में लगा जन्म, क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में। धर्म कर्म में लगा जन्म, क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में।
रुके से भी रुक ना पावे,
नंगे पग आ जावे से, भक्तां की खातिर, की से की कर जावे से, पल पल की यु खबर रखे, रहवे है चेत में, मेरो श्याम धणी बिक जावै सै, भक्तां के हेत में।
भूल चूक की माफी देवे जी, मझधार में अटकी नैया, मन मांझी यो पार करे, सांवरिया से कह दे दिल की, जो होवे ठेठ में,
Khatu Shyam Ji Bhajan Lyrics in Hindi
मेरो श्याम धणी बिक जावै सै, भक्तां के हेत में।
सांवरिया ने सौंप दे चिंता, काहे को तू रो रेया से, दुनिया की इस चकाचौंध में, क्यों तू मोहित खो रहा से, खुश हो जावे इक पल में, आंसू की हेठ में, मेरो श्याम धणी बिक जावै सै, भक्तां के हेत में।
धर्म कर्म में लगा जन्म,
क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में। धर्म कर्म में लगा जन्म, क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में।
धर्म कर्म में लगा जन्म, क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में। धर्म कर्म में लगा जन्म, क्यों भटके रेत में, मेरा श्याम धणी बिक जावे से, भक्तां के हेत में।
खाटू श्याम जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर मधुर भजन ! मेरो श्याम धणी बिक जावै सै, Vipin Kaloniya #Saawariya
Song - मेरो श्याम धणी बिक जावै सै Singer - Vipin Kaloniya Lyrics - Mohit Ji Music - Bijender Chauhan Copyright - Saawariya Watch - मेरो श्याम धणी बिक जावै सै from Saawariya Music