सदा रे सादा इंद्र बाजा छत्तीसा बाजे

सदा रे सादा इंद्र बाजा छत्तीसा बाजे

सदा रे सादा इंद्र बाजा छत्तीसा बाजे
अरे सदा रे सादा इंद्र बाजा,
 छत्तीसा बाजे हो सांवरा छत्तीसा बाजे
 अरे अगम महल में चढ़कर
देखो तो ठणकारो लागे
अरे ठणकारो लागे हो आरती
धन गोरा के आगे हो आरती पूरा गुरु
के आगे अरे तन मन धन से करूंगा
आरती म्हारा सोई विघन भागे

अरे झिलमिल ज्योति गेहरी रे होती,
बरसे मोती आदु धरम आगे हो सांवरा
आदि नाम आगे अरे शिखर महल में
सेवा रे होती तो इंद्र झड़ी लागे
ए इंद्र झड़ी लागे हो आरती धन गुरा के
आगे हो आरती पुरा गुरु के आगे
अरे तन मन धन से करूंगा आरती म्हारा
सोई विघन भागे

लख चौरासी फिर नहीं आ सी कट जाए
फांसी आदु धरम आगे हो सांवरा
आदनाम आगे अरे सोहंग तार लग्यो
हिरदा में अखंड धुन लागे

वहां अखंड धुन लागे हो, आरती
धन गुरा के आगे हो आरती पुरा गुरु के आगे,
अरे तन मन धन से करूंगा
आरती म्हारा सोई विघन भागे

बावन अक्षर और अक्षर आदो रे
अक्षर हेरियो नहीं लादे हो सांवरा
 हेरियो नहीं लादे अरे चार वेद में
भेद खोज ले तो वही साध लादे
वही साध लादे  हो आरती धन
गुरा के आगे हो आरती पुरा गुरु
के आगे, अरे तन मन धन से करूंगा
आरती म्हारा सोई विघन भागे

गुरु मिल्या  म्हाने गेंदा दास जी
वही गुरु साजे  हो सांवरा वही गुरु साजे,
अरे चरण दास चरणा को चाकर चरण चित्त लागे
चरण चित्त लागे हो आरती धन
गुरा के आगे हो आरती पुरा गुरु के आगे,
अरे तन मन धन से करूंगा
आरती म्हारा सोई विघन भागे
अरे ठणकारो लागे हो आरती
धन गोरा के आगे हो आरती पूरा गुरु
के आगे अरे तन मन धन से करूंगा
आरती म्हारा सोई विघन भागे


सदा रे सादा इंद्र बाजा || Sada re Sada Indra Baaja || by Prahlad Singh Tipanya

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