तन पे लाल सिंदूर लगाके देखो नाच रहे बाला

तन पे लाल सिंदूर लगाके देखो नाच रहे बाला जी

तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी,
नाच रहे बाला जी,
देखो नाच रहे बाला जी।

बैठे सज धज चारों भाई,
लक्ष्मण भरत चरत रघुराई ,
हो रघुराई आये शीश झुकाये,
देखो नाच रहे बाला जी,
तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी।

हो गए बाला जी दीवाने,
अपने राम को लगे रिझाने,
हो कैसे अपनी गदा घुमाकर,
देखो नाच रहे बाला जी,
तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी।

बोले खुश हो कर के भगवन,
तुमको वर देते है हनुमत,
हो यश पावे सिंदूर चढ़ावे,
देखो नाच रहे बाला जी,
तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी।

भाव से जो सिंदूर चढाते,
वही तो मन इच्छा फल पाते,
हो गाते कृष्ण भजन बना के,
अनु नाच रहे बाला जी,
तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी।

तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी,
नाच रहे बाला जी,
देखो नाच रहे बाला जी।
तन पे लाल सिंदूर लगा के,
देखो नाच रहे बाला जी,
नाच रहे बाला जी,
देखो नाच रहे बाला जी।


बालाजी भजन | तन पे लाल सिंदूर लगाके देखो नाच रहे बाला जी | Balaji Bhajan | Kajal Malik (With Lyrics)

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