त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी आओ ना विषधारी

त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी आओ ना विषधारी

त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी
आओ ना विषधारी,
हमारी पुकार पे,
हम सब आये हैं,
तुम्हारे द्वार पे।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी.......।

गले में बाबा सर्प बिराजे,
गामंग है पार्वती,
दीपक लेकर के दर में भक्त,
करे है तेरी आरती,
इक बारी आओ,
दर्श दिखाओ,
हम भी दास हैं तेरे,
ओ कैलाशी काशी के वासी,
तुम हो अविनाशी,
जटा में गंग धार के,
हम सब आये है तुम्हारे द्वार पे
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी
आओ ना विषधारी,
हमारी पुकार पे,
हम सब आये हैं,
तुम्हारे द्वार पे।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी.......।

भस्मासुर को तूने मारा,
भक्तों को तो तारा रे,
जब जब भीड़ पड़ी भक्तों पे,
छोड़ समाधि आया रे,
जय जय शंकर,
जय जय पर्लयंकर,
जय हो गोरी शंकर,
दिल से चाहे के नित उठ ध्याये,
तुम्ही को मनाये,
प्रभु करदो भव से पार रे,
हम सब आये है तुम्हारे द्वार पे
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी
आओ ना विषधारी,
हमारी पुकार पे,
हम सब आये हैं,
तुम्हारे द्वार पे।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी.......।

भूत नाथ बाबा भूतो के स्वामी,
अन्न धन का भण्डार भरो,
हरलो हरलो दुःख हमारा,
जीवन का कल्याण करो,
बालक तेरी महिमा गाये,
सारे जग को सुनाये,
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी,
लेवो जी सुधि हमारी तेरा ही आधार रे,
हम सब आये है तुम्हारे द्वार पे
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी
आओ ना विषधारी,
हमारी पुकार पे,
हम सब आये हैं,
तुम्हारे द्वार पे।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी.......।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी
आओ ना विषधारी,
हमारी पुकार पे,
हम सब आये हैं,
तुम्हारे द्वार पे।
त्रिपुरारी ओ भोले भंडारी.......।




Tripurari O Bhole Bhandari || Vijay Soni || Bhootnath Bhajan Mala 2018

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