टूटी छान टपक रहया पानी लिरिक्स Tuti Chhan Tapak Raha Pani Lyrics, Krishna Bhajan
टूटी छान टपक रहया पानी,आजा मेरे श्याम गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करन में,
वो सुख नही अमीरी में।
ताते पानी की भरी ऐ बाल्टी,
नहाओ मेरे श्याम गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
पीत पीताम्बर दुसरे की धोती,
पहरों मेरे श्याम गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
घिस घिस चंदन भरी ऐ कटोरी,
लगाओ तिलक गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
सीता राबड़ी का भरया ऐ कटोरा,
पियो मेरे श्याम गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
देसी घी की ज्योत जगाई,
दर्शन दे ओ गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
दब भक्तों की अर्ज सुनी है,
मेरी भी सुनो गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
सब मतलब के साथी हो से,
बस तेरा साथ गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करण में,
वो सुख नही अमीरी में,
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में।
टूटी छान टपक रहया पानी,
आजा मेरे श्याम गरीबी में,
जो सुख मिल ज्याये,
भजन करन में,
वो सुख नही अमीरी में।