भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं, है रात जागरण की, महिमा बड़ी न्यारी है, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
जो पूरी रात जगे, किस्मत उसकी जागे, जीवन खुशहाल बने, हर दुख संकट भागे, चर्चित सारे जग में, माँ की दातारी है, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
दरबार निराला है, श्रृंगार निराला है, मैया के भक्तों का, परिवार निराला है, हमें गर्व है चौखट के, हम सब दरबारी हैं, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
मैया के टुकड़ों पे, चल जाता गुज़ारा है, हम दास हैं मैया के, सौभाग्य हमारा है, ये माँ की कृपा है, हम इस दर के, भिखारी हैं, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
जो भी देखे माँ को, माँ में खो जाता है, जाने क्या जादू है, मोहित हो जाता है, मैया के मुखड़े की, शोभा बड़ी प्यारी है, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं, है रात जागरण की, महिमा बड़ी न्यारी है, भक्तों से मिलने को, मैया जी पधारी हैं।
नवरात्रि में हर जगह बजने वाला भजन । मैया जी पधारी हैं । Maiya Ji Padhari Hain । Mohit Sai Ji