दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी, भूलें भुला के दाता, करदे निगाह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
कैसा ये जलजला है, मौतों का सिलसिला है, अपनी ही गलतियों का, शायद यही सिला है,
अपना समझ के दाता, दे दे सलाह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
रिश्तों की है गरीबी, है कोई नहीं करीबी, अब किसके आगे रोयें, अपनी ये बदनसीबी, कोई सगा ना अपना, बस दे तू छाँह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
Manoj Mishra Bhajan Lyrics Hindi,Sardar Romi Bhajan Lyrics in Hindi
इंसान बन ना पाया, भगवान खुद को समझा, माया के चक्करों में, हरदम था उलझा उलझा, हम सबकी प्रार्थना है, ले चल तू राह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
बनते थे जो खुदा, वो मुंह को छुपाये बैठे, दुनिया के झूठे रिश्ते, सब कुछ भुलाये बैठे, रोमी से ना छुड़ाओ,
दाता ये बांह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी, भूलें भुला के दाता, करदे निगाह अपनी, दे दो पनाह अपनी, दे दो पनाह अपनी।
Panaah - Dedo Panaah Apni || Sardar Harimahendra Pal Singh (Romi ji) || Latest Shyam Baba Bhajan
Title: Panaah Singer: Sardar Harimahendra Pal Singh Romi Music: Manoj Mishra Lyrics: Sardar Harimahendra Pal Singh Romi Video: Narayani Creations Category: Hindi Devotional (Shyam bhajan) Producers: Rudra Gupta, Madhav Gupta