गौरा मैया दे रही सुहाग चलो री सखी लेने चले
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले,
गौरा मैया जी दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा के माथे पर टीका सोहे,
गौरा के माथे पर रखड़ी सोहे,
बिंदिया है लालम लाल,
चलो सखी लेने चले,
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा के कानों में कुंडल सोहे,
गौरा के कानों में कुंडल सोहे,
और लाली है लालम लाल,
चलो सखी लेने चले,
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा के हाथों में कंगना सोहे,
गौरा के हाथों में कंगना सोहे,
और मेहंदी है लालम लाल,
चलो री सखी लेने चलें,
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा के पैरों में पायल सोहे,
गौरा के पैरों में पायल सोहे,
और महावर है लालम लाल,
चलो री सखी लेने चलें,
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा के अंगों पर लहंगा सोहे,
गौरा के अंगों पर लहंगा सोहे,
और चुनरी है लालम लाल,
चलो री सखी लेने चले,
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
गौरा मैया दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले,
गौरा मैया जी दे रही सुहाग,
चलो री सखी लेने चले।
||माँगू मैं अटल सुहाग जगदंबे मैया || KARVACHAUTH BHAJAN || BY SD ||
माँगू मैं अटल सुहाग जगदंबे मैया -२
जैसा सुहाग तूने गौरा को दीना
मिल गए भोलेनाथ जगदंबे मैया
माँगू मैं अटल सुहाग जगदंबे मैया
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