मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
मेरी अरदास सुन लीजिये,
प्रभु सुखवन कर लीजिये,
दर्श एक बार तो दिजिये,
मैं समझूंगा श्याम रीझे,
पतवार थाम लो तुम,
मझदार में है नैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
भगत है बेचैन तुम बिन,
तरसते नैन है तुम बिन,
अँधेरी रेन है तुम बिन,
कही ना चैन है तुम बिन,
है उदास तुम बिन,
गोपी ग्वाल गैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
मेरी अरदास सुन लीजिये,
प्रभु सुखवन कर लीजिये,
दर्श एक बार तो दिजिये,
मैं समझूंगा श्याम रीझे,
पतवार थाम लो तुम,
मझदार में है नैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
भगत है बेचैन तुम बिन,
तरसते नैन है तुम बिन,
अँधेरी रेन है तुम बिन,
कही ना चैन है तुम बिन,
है उदास तुम बिन,
गोपी ग्वाल गैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया,
मैं हूं शरण में तेरी,
संसार के रचैया,
कश्ती मेरी लगा दो,
उस पार ओ कन्हैया।
Main Hoon Sharan Mein Teri Sansar Ke Rachaiya | Lakhbir Singh Lakha Krishna Bhajan
Lakhbir Singh Lakha Shyam Bhajan- Main Hun Sharan Mein Teri Sansar Ke Rachaiyya