चौखट पर बैठकर बाबा,
अर्जी लगावा जी,
चौखट पर बैठकर बाबा,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा,
मैं तो कुटिया ही माँगी जी,
अर्जी में बाबा,
मैं तो कुटिया ही माँगी जी,
तो कुटिया ने महल बणायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा,
मैं तो झोली फैलाई जी,
अर्जी में बाबा,
मैं तो झोली फैलाई जी,
तो आँगन में लाल ने खिलायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में थासु रोटी,
घर का की मांगी जी,
अर्जी में थासु रोटी,
घर का की मांगी जी,
तो चाकर ने सेठ बनायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा सारो,
दुखड़ो सुनावा जी,
तो दुखड़ो मिटाकर,
सारो सुख बरसाओ जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में अमित बाबा,
अब थासु मांगे जी,
मांगे जन्मा जन्मा को रिश्तों,
थासू आज जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी लगावा जी,
चौखट पर बैठकर बाबा,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा,
मैं तो कुटिया ही माँगी जी,
अर्जी में बाबा,
मैं तो कुटिया ही माँगी जी,
तो कुटिया ने महल बणायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा,
मैं तो झोली फैलाई जी,
अर्जी में बाबा,
मैं तो झोली फैलाई जी,
तो आँगन में लाल ने खिलायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में थासु रोटी,
घर का की मांगी जी,
अर्जी में थासु रोटी,
घर का की मांगी जी,
तो चाकर ने सेठ बनायो,
बाबा श्याम जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में बाबा सारो,
दुखड़ो सुनावा जी,
तो दुखड़ो मिटाकर,
सारो सुख बरसाओ जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
अर्जी में अमित बाबा,
अब थासु मांगे जी,
मांगे जन्मा जन्मा को रिश्तों,
थासू आज जी,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
चौखट पर बैठकर बाबा,
अर्जी लगावा जी,
चौखट पर बैठकर बाबा,
अर्जी लगावा जी,
तो अर्जी में,
आंसूड़ा री भेंट,
तो चढ़ावा जी ,
तो अर्जी में,
मनड़ा री बात बतावां जी।
आंसूड़ा री भेंट AANSUDA RI BHENT || NEW SHYAM BHAJAN 2021 || AMIT BANSAL (HANUMANGARH )
❖SONG : आंसूड़ा री भेंट AANSUDA RI BHENT
❖SINGER & LYRICIST : AMIT BANSAL ( HANUMANGARH )
❖CREATIVE : SURESH DADHICH
❖MUSIC : SPM
❖VIDEO : SAI BABA CREATION
❖SINGER & LYRICIST : AMIT BANSAL ( HANUMANGARH )
❖CREATIVE : SURESH DADHICH
❖MUSIC : SPM
❖VIDEO : SAI BABA CREATION