मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मेरे पुरे करो अरमान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैं करती रहूँ तेरा ध्यान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
होठों पे लगी रही,
लाल लाल लाली,
लाल लाल लाली,
मैया लाल लाल लाली,
सिंदूर भरी रहे मांग,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
माथे का टिका मैया,
मोतियों सा चमके,
मोतियों सा चमके,
चम चम चमके,
बिंदिया भी लगी रहे लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
हाथ की चूड़ी मैया,
खन खन खनके,
खन खन खनके,
खन खन खनके,
मेहँदी भी रची रहे लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
पाँव की पायल मैया,
छन छन बोले,
छन छन बोले मैया,
छन छन छन छन बोले,
महावर भी लगा रहे,
लाल लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
सिर की चुनरिया,
सितारों सी चमके,
सितारों सी चमके,
सितारों सी चमके,
गोदी में खेले नन्द लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
भवन में घंटा मैया,
घन घन बाजे,
घन घन बाजे,
मैया घन घन बाजे,
तेरी ध्वजा लहराए मैया,
लाल सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मेरे पुरे करो अरमान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैं करती रहूँ तेरा ध्यान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
सदा मैं सुहागन रहूं,
मेरे पुरे करो अरमान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैं करती रहूँ तेरा ध्यान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
होठों पे लगी रही,
लाल लाल लाली,
लाल लाल लाली,
मैया लाल लाल लाली,
सिंदूर भरी रहे मांग,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
माथे का टिका मैया,
मोतियों सा चमके,
मोतियों सा चमके,
चम चम चमके,
बिंदिया भी लगी रहे लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
हाथ की चूड़ी मैया,
खन खन खनके,
खन खन खनके,
खन खन खनके,
मेहँदी भी रची रहे लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
पाँव की पायल मैया,
छन छन बोले,
छन छन बोले मैया,
छन छन छन छन बोले,
महावर भी लगा रहे,
लाल लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
सिर की चुनरिया,
सितारों सी चमके,
सितारों सी चमके,
सितारों सी चमके,
गोदी में खेले नन्द लाल,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
भवन में घंटा मैया,
घन घन बाजे,
घन घन बाजे,
मैया घन घन बाजे,
तेरी ध्वजा लहराए मैया,
लाल सदा मैं सुहागन रहूं,
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
मैया ऐसा दो वरदान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मेरे पुरे करो अरमान,
सदा मैं सुहागन रहूं,
मैं करती रहूँ तेरा ध्यान,
सदा मैं सुहागन रहूं।
नवरात्रि भजन | मैया ऐसा दो वरदान सदा मैं सुहागन रहूं | Mata Bhajan | Navratri Bhajan | Kajal Malik
Title ▹Maiya Aisa Do Vardan Sada Main Suhagan Rahu
Artist ▹Komal Bhardwaj
Singer ▹Kajal Malik
Music ▹ Pardeep Panchal
Lyrics & Composer ▹ Traditional
Editing ▹KV Sain
Cameraman ▹Gulshan Bawa
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Author - Saroj Jangir
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