जो तूने दिया मुझको,
तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता,
मंगता ये जमाना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,
तेरी आस लगाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
हर लब पे है नाम तेरा,
तेरी बात निराली है,
हर काम बने उसका,
जो तेरा सवाली है,
तेरे दर शाहो ने सिर,
अपने झुकाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
मेरा सिर है तेरा आगे,
मेरे सिर पे हाथ धरो,
मेरा हाथ पकड़ के माँ,
भव सागर पार करो,
इस दास और बंसी ने,
गुण तेरे गाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
जो तूने दिया मुझको,
तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता,
मंगता ये जमाना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,
तेरी आस लगाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता,
मंगता ये जमाना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,
तेरी आस लगाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
हर लब पे है नाम तेरा,
तेरी बात निराली है,
हर काम बने उसका,
जो तेरा सवाली है,
तेरे दर शाहो ने सिर,
अपने झुकाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
मेरा सिर है तेरा आगे,
मेरे सिर पे हाथ धरो,
मेरा हाथ पकड़ के माँ,
भव सागर पार करो,
इस दास और बंसी ने,
गुण तेरे गाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
जो तूने दिया मुझको,
तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता,
मंगता ये जमाना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,
तेरी आस लगाये हैं,
तेरे दर्शन को मैया,
तेरे द्वार पे आये हैं।
Tere Darshan Ko Maiya New Bhajan || Charanjit Bhajan Mandali Ferozepur || Punjab mb 9780041749.
तेरे दर्शन को मैया तेरे दवार पे आये है,
जो तूने दिया मुझको तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता मंगता ये ज़माना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,तेरी आस लगाये है,
तेरे दर्शन को मैया तेरे दवार पे आये है,
जो तूने दिया मुझको तेरा खजाना है,
इक मैं ही नहीं मंगता मंगता ये ज़माना है,
तेरे दर के भिखारी माँ,तेरी आस लगाये है,
तेरे दर्शन को मैया तेरे दवार पे आये है,