तेरी गलियों की जोगन,
मैं जब से बनी,
ज़िंदगी दिनबदिन,
संवरती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस ज़माने,
में बढ़ती रही।
दर बदर थी मैं,
कोई कीमत ना थी,
श्याम की हो के,
कीमत मेरी बढ़ गई,
इतने एहसान,
मुझपे किये श्याम ने,
की कर्जदार,
उनकी मैं हो गई,
गम ख़ुशी में मेरे,
सब बदलते गये,
खाली झोली मेरी,
रोज भरती गई,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
शुक्रिया रहमतो का,
मैं अगर कर सकू,
श्याम बाबा,
इतनी ना औकात है,
तेरे दरबार की,
एक मंगती हूं मैं,
पूछ जग में तुम्हारी,
बड़ी बात है,
मेरे दोषो को भी,
तुम निभाते रहे,
मैं भले ही गुनाह,
रोज करती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
तेरी महिमा का,
गुणगान करती रहूं,
श्याम बाबा,
सदा ये करना दया,
सोते जगते,
तुम्हारा ही ध्यान हो,
मुख से श्याम कहु,
जब भी खोलू जुबा,
आज जो कुछ भी हूं,
तेरी किरपा से हूं,
नाम तेरा लेकर चलती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
तेरी गलियों की जोगन,
मैं जब से बनी,
ज़िंदगी दिनबदिन,
संवरती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस ज़माने,
में बढ़ती रही।
मैं जब से बनी,
ज़िंदगी दिनबदिन,
संवरती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस ज़माने,
में बढ़ती रही।
दर बदर थी मैं,
कोई कीमत ना थी,
श्याम की हो के,
कीमत मेरी बढ़ गई,
इतने एहसान,
मुझपे किये श्याम ने,
की कर्जदार,
उनकी मैं हो गई,
गम ख़ुशी में मेरे,
सब बदलते गये,
खाली झोली मेरी,
रोज भरती गई,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
शुक्रिया रहमतो का,
मैं अगर कर सकू,
श्याम बाबा,
इतनी ना औकात है,
तेरे दरबार की,
एक मंगती हूं मैं,
पूछ जग में तुम्हारी,
बड़ी बात है,
मेरे दोषो को भी,
तुम निभाते रहे,
मैं भले ही गुनाह,
रोज करती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
तेरी महिमा का,
गुणगान करती रहूं,
श्याम बाबा,
सदा ये करना दया,
सोते जगते,
तुम्हारा ही ध्यान हो,
मुख से श्याम कहु,
जब भी खोलू जुबा,
आज जो कुछ भी हूं,
तेरी किरपा से हूं,
नाम तेरा लेकर चलती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस,
ज़माने में बढ़ती गई,
तेरी गलियों की,
जोगन मैं जबसे बनी।
तेरी गलियों की जोगन,
मैं जब से बनी,
ज़िंदगी दिनबदिन,
संवरती रही,
हुई करुणा की,
ऐसी नजर सांवरे,
के कदर इस ज़माने,
में बढ़ती रही।
Krishna Bhajan 2022 || तेरी गलियों की जोगन जब से बनी || Anjana Aarya || Skylark Infotainment
Album :- तेरी गलियों की जोगन जब से बनी
Bhajan :- Teri Galiyon Ki Jogan Jab Se Bani
Singer :- Anjana Aarya
Music Director :- Lovely Sharma
Copyright :- Skylark Infotainment
Bhajan :- Teri Galiyon Ki Jogan Jab Se Bani
Singer :- Anjana Aarya
Music Director :- Lovely Sharma
Copyright :- Skylark Infotainment