भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार, भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार।
तेरी ही कृपा से मैया, मैंने सब कुछ पाया है, मुख से मैंने कुछ नही मांगा, बिन मांगे सब पाया है, हे जग जननी हे जगदम्बे, तू मेरा आधार, भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार।
तू ही लक्ष्मी तू ही है वैष्णो, तू ही मात ज्वाला है, तेरी ज्योत से हे महामाई, चारो और उजाला है, जिसने तेरी ज्योत जगाई, वो ही मालामाल, भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार।
जोर जोर से मैं चिल्लाऊं, तुम तो मैया मेरी हो, बाल ना बांका हो मेरा, कितना भी ये जग बैरी हो, तेरा हाथ मेरे सर पर है, तो क्या कर ले संसार, भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार।
भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार, भवानी कर दो बेड़ा पार, एक बार माँ दर पे बुलाले, विनती बारम्बार।
नवरात्रि भजन | भवानी कर दो बेड़ा पार | Bhawani Kar Do Beda Paar | Mata Bhajan | Navratri Bhajan
■ Title ▹Bhawani Kar Do Beda Paar ■ Artist ▹Pallavi Narang ■ Singer ▹Kajal Malik ■ Music ▹ Pardeep Panchal ■ Lyrics & Composer ▹ Traditional